आज खानपुर और झालरापाटन में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत आयोजित कार्यशालाओें एवं लाभार्थी सम्मेलनों में हिस्सा लिया। केंद्र और राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाएं लोगों के जीवन स्तर में बदलाव ला रही हैं। इन योजनाओं का लाभ लक्षित वर्ग को मिले, इसके लिए प्रत्येक स्तर पर गंभीर प्रयास किए जा रहे हैं। आज समाज के पिछड़े और गरीब तबके में शिक्षा के प्रति जो रुझान देखा जा रहा है, उसे देखकर मुझे प्रसन्नता होती है।
कार्यशालाओं में विभिन्न लाभार्थियों से सीधे संवाद किया और उपस्थित जन समूह को योजनाओं की पात्रता की जानकारी दी। प्रधानमंत्री आवास योजना, श्रम कार्ड, शुभ शक्ति योजना, उज्ज्वला गैस कनेक्शन योजना, राजस्थान ग्रामीण आजीविका मिशन, सामाजिक सुरक्षा योजना के तहत पेंशन आदि का वितरण किया। भाजपा की मोदी सरकार और वसुंधरा सरकार, सफल पारदर्शिता की नीति की वजह से हुई हैं और लाभार्थियों को उनका पूरा हक बिना किसी मध्यस्थता के मिल सका है। पूर्व में इंदिरा आवास योजना के तहत एक पंचायत को सालभर में 4-5 इंदिरा आवास ही मिला करते थे, आज इस योजना में यह संख्या बढ़कर 100 तक हो गई है।
इस अवसर पर राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परिषद के स्वयं सहायता समूह को 64 लाख रुपये का चेक भी सौंपा। राजस्थान की भाजपा सरकार ने पहली बार किसानों के हित में 50 हजार रुपये तक के सहकार ऋण माफ करने का ऐतिहासिक फैसला किया। यही नहीं सहकारी ऋण लेने वाले किसानों को 10 लाख का बीमा भी निःशुल्क किया जा रहा है।
झालरापाटन में राजूलाल नामक निर्माण श्रमिक को शुभशक्ति योजना का 55 हजार का चेक सौंपते हुए उनसे पूछा कि वह इस राशि का क्या करने वाला है। जब उन्होंने बताया कि बेटी के 12वीं कक्षा पास करने के बाद मिली इस राशि को वह उसकी आगे की पढ़ाई पर खर्च करेंगे तो मुझे बहुत ख़ुशी हुई।
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